
राष्ट्रीय युवा दिवस पर नारायन कॉलेज में मनाई गई स्वामी विवेकानन्द जी की 162 वीं जयंती
‘‘युवा शक्ति को पहचानना होगा’’- डा0 धर्मेन्द्र शर्मा
विशाल समाचार संवाददाता इटावा
नारायण कॉलेज ऑफ साइंस एण्ड आर्ट्स, इटावा के विशाल प्रांगण में युवाओ के लिए स्वामी विवेकानंद के दिव्य संदेश ‘उठो, जागो एवं लक्ष्य प्राप्ति तक रुको मत…’ के संकल्प के साथ स्वामी विवेकानन्द जयन्ती “राष्ट्रीय युवा दिवस“ के रूप में मनायी गयी। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ0 धर्मेन्द्र शर्मा द्वारा स्वामी विवेकानन्द जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर की गई।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ0 धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा कि आज स्वामी विवेकानंद की 162 वीं जयंती मनाई जा रही है। स्वामी विवेकानंद जी भारत के आध्यात्मिक गुरू थे, जिन्होंने दुनिया भर को आध्यात्म का पाठ पढ़ाया। स्वामी विवेकानंद ने कम उम्र में जो ज्ञान हासिल किया, उसके बाद वह युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए। इतनी कम उम्र में ही विवेकानंद जी ने अमेरिका में आयोजित धर्म संसद में भारत का प्रतिनिधित्व किया और अपने अनमोल वचनों से सभी को प्रभावित किया। उनके अधिकतर भाषण युवाओं को संबोधित करते हुए होते थे, जिसके कारण स्वामी विवेकानंद जयंती को ‘‘राष्ट्रीय युवा दिवस’’ के तौर पर मनाया जाता है।
साथ ही उन्होने बताया कि स्वामी विवेकानंद जी हमेशा धार्मिक और सामाजिक आजादी को प्रथम मानते थे, वे कहते थे कि आजादी के बिना किसी प्रकार की उन्नति सम्भव नहीं है। हमारे पूर्वजों ने हमें आजादी दी थी और उसी से हमें बल मिला है, पर बहुत सारी कुरीतियों ने समाज के पैर बड़ी-बड़ी जंजीरों से जकड़ दिए, जिससे मुक्त होना आवश्यक है। दूसरों को हानि न पहुंचाते हुए मनुष्य को विचार और उसे व्यक्त करने की आजादी मिलनी चाहिए।
इस अवसर पर परीक्षा प्रभारी अर्जुन सिंह, मसरूर अली, वैभव शुक्ला, कृष्णा त्रिवेदी, रामू सिंह आदि उपस्थित रहे।