सीतामढ़ी

जिलाधिकारी सीतामढ़ी श्री रिची पांडेय की अध्यक्षता में आज विमर्श सभा कक्ष में जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक की गई।

जिलाधिकारी सीतामढ़ी श्री रिची पांडेय की अध्यक्षता में आज विमर्श सभा कक्ष में जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक की गई।

विशाल समाचार संवाददाता सीतामढ़ी

जिलाधिकारी सीतामढ़ी श्री रिची पांडेय की अध्यक्षता में आज विमर्श सभा कक्ष में जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक की गई।बैठक में जिलाधिकारी द्वारा कृषि विभाग सहित,उद्यान, मत्स्य,पशुपालन,लघु जल संसाधन,पौधा संरक्षण,गव्य विकास इत्यादि विभागों के पदाधिकारियों को विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन ससमय एवं पूरी पारदर्शिता के साथ करने का निर्देश दिया। बैठक में जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि जिले में रबी फसलों का आच्छादन का लक्ष्य 1,05,000 हेक्टेयर है जिसके विरुद्ध 100% आच्छादन पूर्ण कर लिया गया है।गेहूं के आच्छादन का लक्ष्य 80,000 हेक्टेयर जबकि मसूर का 10000 हेक्टेयर ,राई का 3736 एवं गन्ना का 2000 हैकटेयर आच्छादन के लक्ष्य के विरुद्ध शत प्रतिशत आच्छादन हो चुका है। उर्वरक की उपलब्धता की समीक्षा के क्रम में जिलाधिकारी के द्वारा निर्देश दिए गए कि उर्वरक दुकानों पर लगातार छापामारी करते हुए दोषी के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई की जाए।सुनिश्चित करें कि इसकी कालाबाजारी न हो।जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।उन्होंने कहा कि पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध हैं।सभी प्रखंडों में खुदरा एवं थोक विक्रेताओं को लेकर क्रमशः 3108.254 और 388.146 मेट्रिक टन यूरिया की उपलब्धता है। इसके अतिरिक्त अन्य प्रकार के उर्वरक भी उपलब्ध हैं। कृषि अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि रबी बीज का 100% वितरण हो चुका है।वहीं बैठक में कृषि यांत्रीकरण,जैविक खेती,पीएम किसान सम्मान निधि योजना,ई किसान भवन इत्यादि की समीक्षा की गई एवं आवश्यक निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिए गए। वही पशुपालन विभाग के अंतर्गत पशु चिकित्सालय,कृत्रिम गर्भाधान, पशु टीकाकरण,मोबाइल पशु चिकित्सा टीम, पशु गणना,समेकित बकरी एवं भेड़ योजना, शूकर विकास योजना, समेकित मुर्गी विकास योजना इत्यादि की समीक्षा की गई।निर्देश दिया गया कि निर्धारित लक्ष्य को पाने की दिशा में पूरी तत्परता के साथ कार्य करें।बैठक में निजी नलकूप योजना से संबंधित आवश्यक निर्देश दिए गए। बताया गया कि इसमें 1500 आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें 538 की जांच की गई है। बैठक में उद्यान विभाग,पौधा संरक्षण गव्य विकास,मत्स्य विभाग इत्यादि की समीक्षा की गई। बैठक में जिला जन संपर्क अधिकारी, जिला कृषि पदाधिकारी ,जिला पशुपालन पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी डीपीएम जीविका सहित विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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