पूणेव्हीकल

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कर्नाटक के औराद तालुका में वाटरशेड डेवलपमेंट के लिए वाटरशेड ऑर्गनाइजेशन ट्रस्ट के साथ समझौता करके ‘प्रोजेक्ट जीवन धारा’ का शुभारंभ किया

टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने कर्नाटक के औराद तालुका में वाटरशेड डेवलपमेंट के लिए वाटरशेड ऑर्गनाइजेशन ट्रस्ट के साथ समझौता करके ‘प्रोजेक्ट जीवन धारा’ का शुभारंभ किया

 

पुणे : टोयोटा किर्लोस्कर मोटर (टीकेएम) ने सतत विकास और सामुदायिक उत्थान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुनर्पुष्टि की है। इसके लिए उसने वाटरशेड ऑर्गनाइजेशन ट्रस्ट (डब्ल्यूओटीआर) के साथ एक करार (एमओयू) पर दस्तखत किए हैं। यह प्रोजेक्ट (परियोजना) जीवन धारा को क्रियान्वित करने की पहल है, जो एकीकृत वाटरशेड प्रबंधन के माध्यम से ग्रामीण जीवन को बदलने के लिए की जा रही है। यह टीकेएम की प्रथम ऐसी पहल है, जिसका उद्देश्य कर्नाटक के बीदर जिले में सूखाग्रस्त औराद तालुक को पुनर्जीवित करना है। इसके लिए महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान किया जाएगा।

 

इस सहमति पत्र पर टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के मुख्य संचार अधिकारी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और राज्य मामलों के प्रमुख श्री सुदीप दलवी तथा टीकेएम के प्रबंधन का प्रतिनिधित्व करने वाले महाप्रबंधक श्री रोशन ने औराद तालुका में आयोजित एक औपचारिक समारोह के दौरान हस्ताक्षर किए। इसका विस्तार नौ गांवों और 5,322.34 हेक्टेयर में था। इस पहल से 2,063 घरों के 11,026 सामुदायिक सदस्यों को सीधे लाभ मिलेगा, जिससे क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक और पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान होगा।

 

औराद तालुक अक्सर सूखे का सामना करता है क्योंकि यहां की वार्षिक औसत वर्षा सिर्फ 800 मिमी है। 80% से अधिक भूमि बंजर हो चुकी है, भूजल स्तर में गिरावट आ रही है और 7% से भी कम क्षेत्र सिंचाई के अंतर्गत है। इन कारकों ने वर्षा आधारित, एकल-फसल कृषि पर व्यापक निर्भरता को जन्म दिया है, जिससे कई परिवार बेहतर आजीविका की तलाश में पलायन को मजबूर हैं।

 

मृदा और जल संरक्षण के लिए परियोजना जीवन धारा रिज-टू-वैली वाला दृष्टिकोण अपनाती है, जो पारिस्थितिकी कायाकल्प, कृषि निरंतरता और आजीविका संवर्धन पर केंद्रित होती है। इसके मुख्य उद्देश्यों में शामिल हैं:

 

· मिट्टी की नमी को बेहतर करना और पीने के लिए, घरेलू उपयोग तथा सिंचाई प्रयोजनों के लिए पूरे साल पानी की उपलब्धता में सुधार करना।

 

· टिकाऊ फसल उत्पादन सुनिश्चित करने के लिए जलवायु-अनुकूल कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना।

 

· हाशिए पर पड़े और संपत्तिविहीन परिवारों की सहायता के लिए आवश्यकता आधारित आजीविका गतिविधियाँ शुरू करना।

 

· संसाधनों की दीर्घकालिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए समुदाय-आधारित संस्थाओं को मजबूत बनाना।

 

इस परियोजना में निम्नलिखित शामिल हैं:

 

· भूजल पुनर्भरण (रीचार्ज) और अतिरिक्त सिंचाई क्षमता सृजित करने के लिए चेक डैम, गैबियन और अन्य जल संसाधनों का निर्माण।

 

· मृदा क्षरण को कम करने तथा यथास्थान नमी संरक्षण को बढ़ाने के उपायों का क्रियान्वयन करना।

 

· वैकल्पिक आजीविका प्रदान करने के लिए कृषि-आधारित गतिविधियों जैसे डेयरी, मुर्गीपालन, बकरीपालन और नर्सरी के साथ-साथ सिलाई जैसी गैर-कृषि गतिविधियों को भी बढ़ावा देना।

 

स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) और ग्राम विकास समितियों (वीडीसी) के साथ सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करेगी कि स्थानीय समुदाय पूरे कार्यक्रम में शामिल रहे, स्वामित्व की भावना को बढ़ावा मिले और परियोजना की सफलता तथा स्थिरता सुनिश्चित हो।

 

इस अवसर पर अपने विचार रखते हुए, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के मुख्य संचार अधिकारी, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और राज्य मामलों के प्रमुख श्री सुदीप दलवी ने कहा, “टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में, हम स्थायी परिवर्तन लाने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं जो ‘स्थायी समाज बनाने’ के हमारे वैश्विक दर्शन के साथ तालमेल में है। प्रोजेक्ट (परियोजना) जीवन धारा औराद तालुक में दबाव वाली चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जहाँ पानी की कमी और मिट्टी के क्षरण ने आजीविका को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। डब्ल्यूओटीआर ट्रस्ट के साथ साझेदारी करके और स्थानीय समुदायों को शामिल करके, हमारा लक्ष्य समग्र समाधान लागू करना है जो न

 

 

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