
महाराष्ट्र में कानून का डर समाप्त – डॉ. हुलगेश चलवादी
अपराध दर का बढ़ता ग्राफ चिंताजनक
पुणे:प्रगतिशील महाराष्ट्र में बहुजनों समेत अन्य नागरिक बढ़ते अपराधों के कारण भयभीत हैं। अपराधियों को मिल रहा राजनीतिक संरक्षण इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार है। पिछले कुछ समय में हुई घटनाओं से यह स्पष्ट होता है, ऐसा दावा बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश महासचिव और पश्चिम महाराष्ट्र के मुख्य प्रभारी डॉ. हुलगेश चलवादी ने शनिवार (18 तारीख) को किया।
राज्य में महायुति सरकार के सत्ता में आने के बाद समाज के बीच फूट बढ़ने के साथ-साथ गुंडागर्दी में भी भारी इजाफा हुआ है। विशेष रूप से, पुलिस प्रशासन के डर के अभाव के कारण परभणी के सोमनाथ सूर्यवंशी की पुलिस हिरासत में मृत्यु हो या मस्साजोग के सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड, सभी मामलों में राज्य सरकार ‘बैकफुट’ पर नजर आ रही है, ऐसा डॉ. चलवादी ने कहा।
अपराध दर के बढ़ते ग्राफ के पीछे क्या स्थापित राजनीतिक दलों का समर्थन है? ऐसा सवाल भी डॉ. चलवादी ने इस अवसर पर उठाया। संतोष देशमुख मामले में राज्य के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी वाल्मिक कराड को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में कई राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए हैं। अपराधियों को मिल रहा राजकीय संरक्षण इसका जीता-जागता उदाहरण है। लॉरेंस बिश्नोई जैसे अपराधी जेल में बैठकर अपनी गैंग चला रहे हैं। राज्य में सैफ अली खान और सलमान खान जैसे अभिनेता सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिक की सुरक्षा की कल्पना करना मुश्किल है। साथ ही कल्याण में एक नाबालिग लड़की के साथ यौन शोषण के बाद उसकी हत्या की घटना प्रगतिशील महाराष्ट्र के लिए शर्मनाक है।
राज्य के कई इलाकों और बस्तियों में स्थानीय गुंड बेखौफ घूम रहे हैं। प्रशासन के समर्थन से चल रहे अवैध धंधों के कारण नागरिक परेशान हैं, ऐसा दावा डॉ. चलवादी ने किया। अपराध दर को नियंत्रित करने के लिए गृह विभाग को एक सख्त कार्य योजना लागू करने की आवश्यकता है। बढ़ते अपराधों का स्तर, कुछ क्षेत्रों में जातीय तनाव और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों की घटनाओं ने आम नागरिकों में असुरक्षा की भावना पैदा कर दी है। मुंबई, पुणे और नागपुर जैसे बड़े शहरों में साइबर अपराध बढ़ रहे हैं, वहीं ग्रामीण इलाकों में भूमि विवादों के कारण अपराध बढ़ते दिख रहे हैं। सरकार को अब कम से कम इस संबंध में उचित कदम उठाने चाहिए, ऐसी मांग डॉ. चलवादी ने की।