
विश्व शांति के लिए अध्यात्म, पुरुषार्थ एवं संयम बहुत जरूरी डॉ मणिभद्र महाराज
दिल्ली: मानव मिलन के प्रणेता एवं संस्थापक नेपाल केसरी राष्ट्र संत आदरणीय डॉ मणिभद्र मुनि महाराज जी नई दिल्ली से मुक्तिनाथ धाम (नेपाल) की “सर्वोदय शांति पदयात्रा” आरम्भ करते हुए आज के आधुनिक युग जहाँ लोग एआई से तो जुड़ रहे हैं लेकिन आई अर्थात् स्वयं से अनभिज्ञ है अपने अंदर की शक्ति एवं शांति से अनभिज्ञ हैं ! आज लोगों को आवश्यकता है संयम पुरषार्थ और अध्यात्म की अत्यंत आवश्यकता है ! केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जी के आवास पर अपने अनेकों अनुयायियों के साथ विहार कर पहुचे महाराज श्री को मंत्री जी ने इस विशेष यात्रा की शुभ मंगल कामना प्रेषित करते हुए “आदर की चादर” से सम्मानित किया !
मंत्री जी ने महाराज जी की इस यात्रा की विशेष सरहाना करते हुए कहा कि विश्व में शांति एवं सद्भाव की स्थापना हेतु प्रायोजित यह पदयात्रा निश्चित रूप से भारतवर्ष में ही नहीं अपितु पूरे विश्व में एक बड़ा संदेश देगी और युवाओं को विशेष रूप से प्रोत्साहित करेगी की इतना कठोर और टैप का जीवन जीते हुए भी कैसे आनंद और ऊर्जावान रहा जा सकता है ! कालिदास धाम सांपला से पधारे पूज्य १००८ कालीबाबा ने भी यात्रा की शुभ कामना देते हुए पूज्य मणिभद्र महाराज जी की लगभग ९०००० किमी यात्रा एक अश्वमेघ यज्ञ के रूप में होने का जिक्र करते हुए सफल यात्रा की मंगलकामना व्यक्त की !
यह यात्रा दिल्ली मेरठ आगरा कानपुर लखनऊ अयोध्या धाम होते हुए नेपाल में विश्व प्रसिद्ध मुक्तिनाथ धाम पहुचेगी ! कार्यक्रम का संयोजन श्री आनंद रेखी अध्यक्ष राष्ट्रीय मराठी मोर्चा ने किया जिसमे श्रीमती कुसुम जैन अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष मानव मिलन, जितेंद्र जैन जैन कॉन्फ्रेंस, वेद शर्मा युवा भाजपा नेता, ललित ओसवाल, अतुल बोकरिया जैन महेश बोकरिया जैन सुरेश जैन पुनीत जैन महक जैन दिनेश जैन रेखा जैन राकेश जैन हेमंत अधिकारी समेत सम्पूर्ण कार्यकर्ताओं की विशेष उपस्थिति रही !