पूणे

तनुश्री गर्भसंस्कार परिवार की ओर से डॉ. संजय उपाध्ये को पहला तनुश्री ’जन संस्कार पुरस्कार’ घोषित

तनुश्री गर्भसंस्कार परिवार की ओर से
डॉ. संजय उपाध्ये को पहला तनुश्री ’जन संस्कार पुरस्कार’ घोषित
तनुश्री सुरसंगम ’मिले सुर हमारा तुम्हारा’ कार्यक्रम
गर्भवती महिलाओं के लिए निःशुल्क कार्यशाला ७ अप्रैल को


डीएस तोमर संवाददाता 
पुणे: तनुश्री गर्भ संस्कार परिवार ने ’मिले सुर हमारा तुम्हारा’ की अनूठी थीम के तहत गर्भवती महिलाओं के लिए निःशुल्क कार्यशाला का आयोजन किया है. साथ ही, प्रसिद्ध लेखक डॉ. संजय उपाध्ये को पहला तनुश्री जन संस्कार पुरस्कार’ देने की घोषणा की गई है. यह कार्यक्रम रविवार ७ अप्रैल २०२४ को सुबह ९.३० बजे से दोपहर १२.३० बजे तक साईं चौक, न्यू सांगवी के संस्कृति लॉन में होगा. यह जानकारी तनुश्री गर्भसंस्कार परिवार के संस्थापक डॉ. अनिल गुगले और डॉ. सुप्रिया गुगले ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी. इस समय कांतिलाल मुणोत उपस्थित थे.
डॉ. अनिल गुगले ने कहा कि डॉ. संजय उपाध्ये मन करारे प्रसन्न’ कार्यक्रम के माध्यम से जन जागरूकता का कार्य कर रहे हैं. वे अपने प्रबोधन से समाज के मन में अच्छे मूल्यों को स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं. वैसे तो हमारी संस्था गर्भवती महिलाओं को सर्वोत्तम संस्कार प्रदान कर नई पीढ़ी तैयार करने के लिए लगातार काम कर रही है. इसीलिए हमने इस वर्ष से तनुश्री जन संस्कार पुरस्कार’ की घोषणा की है. पुरस्कारों में प्रशंसा पत्र, स्मृति चिन्ह, शॉल और श्रीफल देंगे.
डॉ. सुप्रिया गुगले ने कहा, तनुश्री स्नेहमेलावा का यह ११वां वर्ष है. इसमें डॉ. संजय उपाध्ये-मन करा रे प्रसन्न एवं तनुश्री जन संस्कार पुरस्कार, डॉ.अनूप भारती-मोबाइल के मालिक या गुलाम, डॉ.यश वेलंकर- नाते तुझे माझे, वैद्य सुविनय दामले-या हदयी ते त्या हदयी, डॉ.भाग्यश्री कश्यप सूत्र संचालन करेंगे और हिमांश बख्शी बांसुरी वादन करेंगे. माननीय विभिन्न विषयों पर विचार प्रस्तुत करेंगे.
गर्भवती महिलाओं को अपनी आंतरिक शक्ति का एहसास करने के लिए प्रोत्साहित करें. अतीत में, महिलाओं को संयुक्त परिवार प्रणाली में मार्गदर्शन प्राप्त होता था. अब, विभाजित परिवार प्रणाली के कारण, वह मार्गदर्शन उपलब्ध नहीं है. इस कार्यशाला का उद्देश्य हमारी समृद्ध परंपरा को पुनर्जीवित करने और उन्हें बुद्धिमान माता-पिता बनाने के लिए माता-पिता को अमूल्य मार्गदर्शन और सिद्धांत सिखाकर दो पीढ़ियों के बीच के अंतर को पाटने का प्रयास करना है.
डॉ. अनिल गुगले और डॉ. सुप्रिया गुगले पिछले २५ वर्षों से सांगवी में गर्भावस्था केंद्र सफलतापूर्वक चला रहे हैं. अब तक ५२०० माता-पिता गर्भधारण कार्यक्रम में भाग ले चुके हैं. इसे मॉ के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और बच्चे को स्वस्थ, खुश और सुसंस्कृत बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसी प्रकार तनुश्री ब्रह्ममुहूर्त कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. यह स्वस्थ जीवनशैली के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है. पिछले दो वर्षों में, ९,००० परिवारों को ऑनलाइन कार्यक्रम से लाभ हुआ है.

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