
मऊगंज को जिला बनाने के प्रारूप की अधिसूचना जारी
10 मई के बाद दिया जाएगा मूर्त रूप
*15 अगस्त से बैठेंगे कलेक्टर व एसपी
Rewa : मध्यप्रदेश का 53वां जिला मऊगंज को बनाने के लिए प्रारूप की अधिसूचना जारी कर दी गई है। यहां रीवा से कटकर बनने वाले मऊगंज जिले में अभी हनुमना, नईगढ़ी और मऊगंज तहसील शामिल है। वहीं देवतालाब उप तहसील को नई तहसील बना दिया जाएगा। ऐसे में नवागत जिले में चार तहसीलें हो जाएंगी। जबकि मऊगंज, हनुमना और नईगढ़ी को मिलाकर विकासखंडों की संख्या तीन ही रहेगी
इसी तरह विधानसभा के दो क्षेत्र रहेंगे। जिसमे मऊगंज और देवतालाब विधानसभा होंगी। बता दें कि चार दशकों से चल रही मांग को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 4 मार्च 2023 को मऊगंज जिला बनाने की घोषणा की थी। हालांकि 18 मार्च 2020 को तत्कालीन सीएम कमलनाथ द्वारा घोषित सतना के मैहर को, उज्जैन के नागदा को और गुना के चाचौड़ा को जिला बनने का आज भी इंतजार है।
ऐसी होगी जिले की सीमा
प्रस्तावित मऊगंज जिले के पूर्व में सीधी एवं यूपी का मिर्जापुर है। वहीं पश्चिम में रीवा जिला, उत्तर में रीवा जिला एवं यूपी का प्रयागराज है। इसी तरह दक्षिण में सीधी जिला का राजस्व क्षेत्र है। जिला प्रशासन ने नवीन जिला मऊगंज के संबंध में आम लोगों से 30 दिन का समय अपने दावे व आपत्ति के लिए दिया है। दावा है कि 10 मई के बाद जिला मूर्त रूप लेगा। इसके बाद 152023 अगस्त से मऊगंज में ध्वजारोहण के साथ कलेक्टर व एसपी बैठेंगे।
रीवा से मऊगंज 65 किलोमीटर दूर
गौरतलब है कि 1070 गांवों को शामिल कर मऊगंज जिला बनाया जा रहा है। तीन तहसीलों की 12 राजस्व सर्किल और 264 पटवारी हल्के मिलाकर मऊगंज जिला बना है। अभी रीवा मुख्यालय से मऊगंज की 65 किलोमीटर दूरी है। वहीं रीवा से हनुमना 105 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। बता दें कि अभी रीवा जिले में 2817 गांव, 12 तहसील, 857 पटवारी हल्के व 42 राजस्व निरीक्षक मंडल है.